नई दिल्ली: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने बॉलीवुड ड्रग केस में बुधवार को मुंबई (Mumbai) में सबसे बड़े ड्रग डीलर (Drug Dealer) आजम शेख जुम्मन के घर पर छापा मारने के बाद उसे हिरासत में लिया. मुंबई के लोखंडवाला के मिल्लत नगर में की गई इस छापेमारी में एनसीबी अधिकारियों ने लगभग 5 किलोग्राम मलाणा क्रीम (Malana Cream), एक्सटेसी टेबलेट्स, अफीम और 14 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं. पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्ति हिमाचल प्रदेश से सीधे ड्रग्स लेता था और बाद में उन्हें बड़े डीलरों को सप्लाई करता है. हम आपको उस ‘मलाणा क्रीम’ के बारे में बताते हैं, जो चरस (Hashish) की एक ऐसी किस्म है, जिसकी दुनियाभर में सबसे ज्यादा मांग है.
मलाणा क्रीम हैश को आमतौर पर ‘मलाणा क्रीम’ या मलाणा चरस के रूप में जाना जाता है. भारत के बाहर कई देशों में इसे काला सोना'(Black Gold) भी कहा जाता है. मलाणा गांव में हैश की खेती होती है, इसलिए यहां कई पर्यटक भी पहुंचते हैं.
यहां से आती है मलाणा क्रीम
‘मलाणा क्रीम’ चरस या हैश या हशीश, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की मलाणा घाटी से आती है. चरस को हिमाचल प्रदेश में भांग भी कहा जाता है. यह एक ऐसी प्रजाति है, जो कैनबिस (cannabis) पौधे से मिलती है. यह घाटी में प्राकृतिक रूप से बढ़ता है और अवैध रूप से भी इसकी खेती की जाती है. घाटी में केवल एक ही गांव मलाणा में हैश का उत्पादन होता है. यहां पैदा हुई हैश आम तौर पर राज्य के अन्य हिस्सों में पैदा हुई हैश की तुलना में अधिक चिकनी होती है, इसीलिए इसे मलाणा क्रीम कहते हैं.
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ये है मलाणा क्रीम की खासियत
कैनबिस प्लांट में कैनाबिनोइड्स नाम के कई रासायनिक यौगिक होते हैं, जिनमें से टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (THC) प्राथमिक साइकोएक्टिव घटक है जो हाई सेंसेशन पैदा करता है.
THC के निम्न स्तर वाले पौधे का उपयोग इण्डस्ट्रियल और गैर-औषधीय चीजों जैसे रस्सी, कागज, टैक्सटाइल आदि बनाने में किया जाता है. जबकि सीबीडी (कैनबिडिओल) नाम के एक अन्य कैनबिनोइड के उच्च स्तर वाले पौधों का उपयोग औषधियों में किया जाता है.
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मलाणा क्रीम हैश को दुनिया भर में अपनी बेहतरीन क्वालिटी के लिए जाना जाता है. इसकी तेज सुगंध, बढ़ा हुआ THC लेवल इसे दुनिया भर में इसका उपयोग करने वालों की बीच लोकप्रिय बनाता है. पौधे के अर्क में THC का एक ऊंचा अनुपात मनोरंजक दवा के उपयोग के लिए जरूरी है और Malana Cream में THC लेवल बहुत अच्छा होता है, जिससे यह अधिक शक्तिशाली हो जाता है. आमतौर पर अधिक शक्तिशाली हैश ऑयल पाने के लिए पौधे को हाथों से रगड़कर राल निकाला जाता है.
इसके अलावा मलाणा के चरस में स्वाद में कुछ अन्य विशेषताएं भी हैं, जिसके पीछे घाटी की अनूठी जलवायु परिस्थितियां जिम्मेदार हैं.
मलाणा क्रीम की कीमत
पुलिस के अनुसार, प्रोडक्ट की शुद्धता और बिक्री की जगह के आधार पर बात करें तो भारत में मलाणा क्रीम की किस्में आमतौर पर 1,500 रुपये से 8,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बेची जाती हैं.
दुनिया में इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह एम्स्टर्डम के कैफे में बेचे जाने वाले हैश के सबसे महंगे रूपों में से एक है. मलाणा क्रीम को वहां 250 USD (18 हजार रुपये) प्रति 11.4 ग्राम के हिसाब से बेचा जाता है.
हालांकि NDPS या नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 के अनुसार भारत में ‘मलाणा क्रीम’ पूरी तरह से प्रतिबंधित है. इस अधिनियम के तहत आप किसी भी नशीले पदार्थ का उत्पादन, निर्माण, बिक्री, खरीद, परिवहन, भंडारण या उपभोग नहीं कर सकते हैं. इसमें मलाना क्रीम हैश ड्रग या साइकोट्रॉपिक पदार्थ शामिल हैं.